महासमुंद मे वार्ड न 18 मेंआज पढ़ना लिखना अभियान के अन्तर्गत साक्षरता केंद्र का शुभारंभ
प्रौढ़ शिक्षा का उद्देश्य उन प्रौढ व्यक्तियों को शैक्षिक विकल्प देना है, जिन्होंने यह अवसर गंवा दिया है और औपचारिक शिक्षा आयु को पार कर चुके हैं, लेकिन अब वे साक्षरता, आधारभूत शिक्षा, कौशल विकास (व्यावसायिक शिक्षा) और इसी तरह की अन्य शिक्षा सहित किसी तरह के ज्ञान की आवश्यकता का अनुभव करते हैं। प्रौढ़ शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पहली पंचवर्षीय योजना से अनेक कार्यक्रम शुरू किए गए हैं, जिनमें सबसे प्रमुख राष्ट्रीय साक्षरता मिशन (एन एल एम) है, जिसे समयबद्ध तरीके से 15-35 वर्ष की आयु समूह में अशिक्षितों को कार्यात्मक साक्षरता प्रदान करने के लिए 1988 में शुरू किया गया था।
आज महासमुंद मे वार्ड न 18 मेंआज पढ़ना लिखना अभियान के अन्तर्गत साक्षरता केंद्र का शुभारंभ किया गया,वार्ड पार्षद अमन चंद्राकर के तरफ से असाक्षरों को कॉपी, पेन, रबर पेंसिल प्रदान किया गया,,, कार्यक्रम में श्री रेख राज शर्मा सर, खेमिन मैडम , अनुदेशक कांति सोनी उपस्थित रहीं। इस कार्यक्रम में शिक्षिका भारती सोनी ने भी अपना योगदान दिया और साक्षरता कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी के सहयोग के लिए आगे आने की गुजारिश की और साक्षरता अभियान से जुड़ने की पहल की।



Dr. Hemant Sirmour